अभिव्यक्ति न्यूज़ : उत्तराखंड
हलद्वानी प्रख्यात कथावाचिका हिमसुता ज्योत्सना पांडे ने कहा है कि वर्तमान कोरोनाकाल बेहद सावधानी बरतने का है उन्होंने कहा कि सावधानी बरतने से जल्दी ही कोरोनावायरस का संकट दूर हो जाएगा उन्होंने कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की है मूलतः जनपद अल्मोड़ा के ताड़ीखेत ब्लॉक की रहने वाली ज्योत्सना पांडे ने दूरभाष पर हुई एक विशेष वार्ता में कहा कि वर्तमान समय बेहद चुनौती भरा है एक ओर जन स्वास्थ्य की हिफाजत करने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है तो दूसरी ओर देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना भी बहुत बड़ी चुनौती है उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है बावजूद इसके तमाम ऐसे लोग भी हैं जो जान जोखिम में डालकर समाज के लोगों की हिफाजत करने का कार्य कर रहे हैं वास्तव में यह कार्य देव कार्य है उन्होंने कहा कि हमें हमेशा आशावादी दृष्टिकोण अपनाना चाहिए और निराश होने की वजाय जागरूक रहते हुए कोरोनावायरस के संक्रमण से बचाव के लिए बेहद सतर्क रहना होगा उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना मानव द्वारा सृष्टि के बनाए गए नियमों का उल्लंघन है उन्होंने कहा कि जिस गौ माता को 33 कोटि देवताओं का वास कहा जाता है तथा जिस गौ माता की महिमा से समस्त वेद पुराण भरे हुए हैं आज उसी गौ माता और गोवंश की दुर्दशा हो रही है यदि गोवंश की दुर्दशा रोकी जाए तो इस प्रकार की आपदाएं स्वतह समाप्त हो जाएंगी उन्होंने कहा कि हमें अपने रोजमर्रा के जीवन में अपने इष्ट अथवा अपने आराध्य देव की पूजा अर्चना नियमित रूप से करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से हमारे अंदर आत्म बल आत्मशक्ति जागृत होगी और इसके जागृत होने से रोग प्रतिरोधक क्षमता चमत्कारिक रूप से बढ़ती है उन्होंने दावा किया कि आध्यात्मिक प्रकृति के लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अन्य की तुलना में ज्यादा होती है उल्लेखनीय है कि ज्योत्सना पांडे राम कथा ,श्रीमद् भागवत ,श्रीमद् देवी भागवत, एवं शिवपुराण की मर्मज्ञ मानी जाती हैं तथा उत्तराखंड के अलावा देश के विभिन्न राज्यों में उनके धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं
हलद्वानी प्रख्यात कथावाचिका हिमसुता ज्योत्सना पांडे ने कहा है कि वर्तमान कोरोनाकाल बेहद सावधानी बरतने का है उन्होंने कहा कि सावधानी बरतने से जल्दी ही कोरोनावायरस का संकट दूर हो जाएगा उन्होंने कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की है मूलतः जनपद अल्मोड़ा के ताड़ीखेत ब्लॉक की रहने वाली ज्योत्सना पांडे ने दूरभाष पर हुई एक विशेष वार्ता में कहा कि वर्तमान समय बेहद चुनौती भरा है एक ओर जन स्वास्थ्य की हिफाजत करने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है तो दूसरी ओर देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना भी बहुत बड़ी चुनौती है उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है बावजूद इसके तमाम ऐसे लोग भी हैं जो जान जोखिम में डालकर समाज के लोगों की हिफाजत करने का कार्य कर रहे हैं वास्तव में यह कार्य देव कार्य है उन्होंने कहा कि हमें हमेशा आशावादी दृष्टिकोण अपनाना चाहिए और निराश होने की वजाय जागरूक रहते हुए कोरोनावायरस के संक्रमण से बचाव के लिए बेहद सतर्क रहना होगा उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना मानव द्वारा सृष्टि के बनाए गए नियमों का उल्लंघन है उन्होंने कहा कि जिस गौ माता को 33 कोटि देवताओं का वास कहा जाता है तथा जिस गौ माता की महिमा से समस्त वेद पुराण भरे हुए हैं आज उसी गौ माता और गोवंश की दुर्दशा हो रही है यदि गोवंश की दुर्दशा रोकी जाए तो इस प्रकार की आपदाएं स्वतह समाप्त हो जाएंगी उन्होंने कहा कि हमें अपने रोजमर्रा के जीवन में अपने इष्ट अथवा अपने आराध्य देव की पूजा अर्चना नियमित रूप से करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से हमारे अंदर आत्म बल आत्मशक्ति जागृत होगी और इसके जागृत होने से रोग प्रतिरोधक क्षमता चमत्कारिक रूप से बढ़ती है उन्होंने दावा किया कि आध्यात्मिक प्रकृति के लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अन्य की तुलना में ज्यादा होती है उल्लेखनीय है कि ज्योत्सना पांडे राम कथा ,श्रीमद् भागवत ,श्रीमद् देवी भागवत, एवं शिवपुराण की मर्मज्ञ मानी जाती हैं तथा उत्तराखंड के अलावा देश के विभिन्न राज्यों में उनके धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं
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