चीफ ब्यूरो : सौरभ त्यागी (उत्तर प्रदेश)
दिबियापुर: तहसील बिधूना में सहार ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत अघारा का मामला करीब एक साल से प्रशाशन के लापरवाही से लटका पड़ा है।दरसअल आघारा गांव निवासी चंद्रप्रकाश तिवारी पुत्र बाबूराम का कहना है,कि मैने अपनी जमीन में उपजे 305 पैकेट आलू सुरक्षित रखने के लिए दिनांक 31/3 /2019 को बेला रोड दिबियापुर बद्रीनारायण कोल्ड स्टोर में रख दिए थे।जिसकी पक्की रसीद कोल्ड स्टोर ने मुझको दी थी।जो मेरे पास है। जब मैं दिनांक 10/10/ 2019 को कोल्ड स्टोर मैं अपने आलू निकलवाने पहुंचा, तो मैंने देखा की हमारे सभी आलू के पैकेट खराब रख रखाव के कारण एवं कोल्ड स्टोर मालिक की लापरवाही से खराब हो गए। जब मैंने इसकी शिकायत कोल्ड स्टोर मालिक रविंद्र कुमार पोरवाल व मैनेजर कुशवाहा से की, तो रविंद्र कुमार पोरवाल नाराज हो गए। और प्रार्थी को मां बहन की गंदी गंदी गालियां देने लगे।तथा धमकी दी,कि अगर दोबारा आलू के बारे में बात की तो अंजाम अच्छा नहीं होगा।प्रार्थी ने जब गालियां देने से मना किया तो रविंद्र कुमार पोरवाल व उनके साथ में मौजूद तीन से चार अज्ञात लोग मारने पीटने के लिए तैयार हो गए। मैने वहा से भागकर अपने आप को मारने पीटने से केसे भी बचाया। रविंद्र कुमार पोरवाल ने यह भी धमकी दी,कि न तो तेरा आलू वापस होगा और न ही तेरा नुकसान वापस किया जाएगा। तुझे जो करना है,कर ले।इसी कारण मानसिक रूप प्रार्थी व प्रार्थी का पुत्र बहुत ही परेशान है। क्योंकि उसका लगभग 1500000/रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ है।जिसकी कई बार जिला प्रशासन अधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया,लेकिन आज तक कोई उस पर कानूनी कार्रवाई नहीं की गई ना ही कोई मुझे आश्वासन दिया गया।जब मैंने कृषि उद्यान अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार से भी बात की।तो यह कह दिया कि तुम्हारा समझौते हो गया है।जब की मेरा कोई समझौता नहीं हुआ है।और कोल्ड स्टोर मालिक यह कहते है,की तुम्हारा कोई भुगतान नहीं हो सकता है।मेरी प्रशासन से यही अपील है,कि मेरे हुए नुकसान का रुपया मुझे दिलाया जाए।अगर मेरे हुए नुकसान का मुझे रुपए नहीं दिलाया जाता है।तो मैं आत्मदाह करने के लिए मजबूर हूंगा।
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