अभिव्यक्ति न्यूज़ : उत्तराखंड
उत्तराखंड के काशीपुर में पत्नी के साथ किराए का मकान देखने गए प्रॉपर्टी डीलर का चार लोगों ने अपहरण कर लिया। सूचना पर पुलिस ने नाकेबंदी कर आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास किए। पुलिस का शिकंजा कसता देख अपहर्ता प्रॉपर्टी डीलर को बाबूगढ़ (हापुड़) थाने के पास छोड़कर फरार हो गए। बाबूगढ़ पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर को सकुशल बरामद कर लिया है।
बृहस्पतिवार दोपहर करीब दो बजे ग्राम रंपुरा निवासी बलजीत कौर ने 112 नंबर डायल कर पुलिस को सूचना दी कि वह अपने पति अर्जुन सिंह के साथ जैतपुर स्थित रतनपुरा स्थित डी बाली के अपार्टमेंट में किराए पर फ्लैट देखने आई थी। वह अपनी कार में बैठी हुई थी, जबकि अर्जुन फ्लैट देखने अंदर गया था। दोपहर करीब दो बजे सफेद रंग की एक सफारी कार वहां आकर रुकी। उस कार में हापुड़ निवासी गुरमीत सिंह और उसके साथी थे। ये लोग अर्जुन को जबरन अपनी गाड़ी में डालकर ले गए। सूचना मिलने पर हरकत में आई पुलिस ने आसपास के थानों को अलर्ट किया। पुलिस ने अर्जुन के मोबाइल की लोकेशन निकाली तो वह दिल्ली रोड पर मिली। इस पर काशीपुर पुलिस की तीन टीमें अपहर्ताओं की धरपकड़ के लिए रवाना हुईं। संभावली पहुंचने पर बाबूगढ़ पुलिस ने काशीपुर पुलिस को अर्जुन के सकुशल बरामद होने की सूचना दी। हापुड़ पुलिस ने वहां छोड़ी गई सफारी कार भी कब्जे में ले ली। पुलिस प्रॉपर्टी डीलर अर्जुन को अपने साथ काशीपुर ले आई और मजिस्ट्रेट के समक्ष उसके बयान कराए।पुलिस पूछताछ में अर्जुन ने रुपये के लेनदेन के विवाद में हापुड़ निवासी गुरमीत, जनपद मुरादाबाद थाना ठाकुरद्वारा के ग्राम सुल्तानपुर दोस्त निवासी शमीम अहमद, रोहित और रिंकू की ओर से अपहरण किए जाने की बात बताई है। पुलिस ने चारों आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ संबधित धाराओं में केस दर्ज किया है। प्रॉपर्टी डीलर अर्जुन का अपहरण 35 लाख रुपये के लेनदेन को लेकर होने की बात सामने आई है। पुलिस के अनुसार अर्जुन पर कई लोगों की देनदारी है। अर्जुन मूलरूप से जनपद रामपुर थाना अजीमनगर के ग्राम हकीमपुर का निवासी है। कुंडेश्वरी चौकी प्रभारी कैलाश नागरकोटि ने बताया कि अपनी पहली पत्नी और बच्चों को छोड़कर उसने ग्राम रंपुरा की एक महिला से शादी कर ली। उसने हापुड़ निवासी गुरमीत के साथ 60 लाख रुपये में एक फ्लैट का सौदा किया था। अर्जुन ने उससे 25 लाख रुपये बतौर बयाना ले लिया। फ्लैट का बैनामा कराने के लिए तीन माह की अवधि तय हुई लेकिन बाद में अर्जुन ने न तो गुरमीत को फ्लैट का बैनामा कराया और न ही उसे रकम लौटाई। इसी तरह सुल्तानपुर निवासी शमीम ने स्क्रैप व्यवसाय में पार्टनरशिप के लिए अर्जुन को 10 लाख की रकम दी थी लेकिन अर्जुन ने यह रकम भी हड़प ली। बार-बार तगादा करने के बाद भी अर्जुन उनके रुपये नहीं लौटा रहा था। एसआई कैलाश ने बताया कि आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास किए जा रहे हैं।
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